Aladdin and the Sapphire Serpent
एक शाम, जब अलादीन अपने महल के बगीचे में टहल रहा था, उसने कुछ यात्रियों को एक पुरानी दंतकथा के बारे में बात करते सुना। यह कहानी एक विशाल नीलम सांप के बारे में थी, जो दूर-दराज़ के पहाड़ों के बीच छिपा हुआ था। कहा जाता था कि इस सांप की चमचमाती नीलम जैसी चमड़ी किसी को भी अमरत्व प्रदान कर सकती थीं। इस रोमांचक कहानी ने अलादीन के भीतर के साहसिक भाव को जागृत कर दिया, और हमेशा की तरह, वह एक नए रोमांच की तलाश में निकल पड़ा। उसे लगा कि यह सांप और उसकी नीलम शल्कें उसके जीवन में एक नई शक्ति ला सकती थीं।
अलादीन ने अपनी यात्रा की तैयारी की और पहाड़ों की ओर चल पड़ा। रास्ते में उसने कई कठिनाइयों का सामना किया—बीहड़ जंगल, ऊंचे पहाड़ी रास्ते और बर्फीली हवाएँ। परंतु अलादीन का दृढ़ निश्चय उसे आगे बढ़ाता रहा। दिन और रात की यात्रा के बाद, वह अंततः उस पहाड़ की तलहटी में पहुँचा, जहाँ दंतकथाओं के अनुसार नीलम सांप छिपा हुआ था।
अलादीन ने यह सुनकर हैरानी जताई और पूछा, “कैसा विनाश?” नागा ने उसे बताया कि वह जिस खजाने की तलाश में आया है, वह केवल एक भ्रम है। सच्चाई यह है कि यह सांप उन प्राचीन शक्तियों का रक्षक है, जो पहाड़ों के नीचे छिपी हुई हैं—एक प्राचीन अंधकार, जो अगर जाग गया, तो दुनिया तबाह हो सकती है। नागा ने चेतावनी दी, “अगर तुम मेरी शल्कें निकालोगे, तो पहाड़ों के नीचे दबी उस प्राचीन शक्ति का ताला खुल जाएगा, और वह अंधकार सारी मानवता को निगल जाएगा।”
अलादीन ने वह नीलम शल्क सम्मानपूर्वक स्वीकार किया और नागा का धन्यवाद किया। उसने गुफा से बाहर निकलते समय महसूस किया कि उसने जो पाया था, वह किसी भी खजाने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण था। वह जानता था कि उसका साहस, निष्ठा और बुद्धिमत्ता ही उसकी सबसे बड़ी संपत्ति थी।
इस यात्रा ने अलादीन को एक और महत्वपूर्ण सीख दी—सच्चा साहस केवल खजाने और शक्तियों की खोज में नहीं है, बल्कि सही काम करने और दुनिया की भलाई के लिए त्याग करने में है। अलादीन अब न केवल एक साहसी योद्धा था, बल्कि एक सच्चा रक्षक भी।
Aladdin and the Sapphire Serpent